اِنَّ اَصۡحٰبَ الۡجَنَّۃِ الۡیَوۡمَ فِیۡ شُغُلٍ فٰکِہُوۡنَ ﴿ۚ۵۵﴾
55. بے شک اہلِ جنت آج (اپنے) دل پسند مشاغل (مثلاً زیارتوں، ضیافتوں، سماع اور دیگر نعمتوں) میں لطف اندوز ہو رہے ہوں گےo
55. Surely, the residents of Paradise will be rejoicing Today (in their) favourite pastime pursuits (like spiritual visits, entertainments, sessions of hymns and eulogies).
55. Inna ashaba aljannati alyawma fee shughulin fakihoona
55. Sannelig, paradisets beboere vil i dag være opptatt med å nyte sine yndlingsaktiviteter (åndelige besøk, bevertning, forherligelse av Allah og lovsang til Profeten ﷺ, og mange andre velsignelser som de vil bli forært).
55. बेशक अह्ले जन्नत आज (अपने) दिल पसन्द मशाग़िल (मस्लन ज़ियारतों, ज़ियाफतों, सिमा’अ़ और दीगर नेअ़मतों) में लुत्फ अन्दोज़ हो रहे होंगे।
৫৫. নিশ্চয়ই এদিন জান্নাতের অধিবাসীগণ (তাদের) পছন্দনীয় মনোরঞ্জনের আনন্দ-ব্যস্ততা (যেমন সাক্ষাৎ, ভোজ, আধ্যাত্মিক সংগীত এবং অন্যান্য নিয়ামত) আস্বাদন করতে থাকবে।
إن أصحاب الجنة اليوم في شغل فاكهون
(يٰس، 36 : 55)