رَفَعَ سَمۡکَہَا فَسَوّٰىہَا ﴿ۙ۲۸﴾
28. اُس نے سماوی کائنات کے تمام کرّوں کو (ہر سمت پھیلا کر) بلند کیا، پھر اُن (کی ترکیب و تشکیل اور اَفعال و حرکات) میں توازُن اور اِستحکام پیدا کر دیاo
28. He raised high all the heavenly spheres (planets, after creating them in the infinite cosmos), then moderated, equipoised and stabilized (their composition, construction, functions and movements).
28. RafaAAa samkaha fasawwaha
28. Han hevet opp alle de himmelsfærene (himmellegemene, etter å ha skapt dem i det vide verdensaltet), så gjorde Han dem (deres sammensetning, forming, virksomheter og bevegelser) likevektige og stabiliserte.
28. उसने आस्मान के तमाम कुर्रों (सितारों) को (फिज़ाए बसीत में पैदा करके) बलन्द किया, फिर उन (तर्कीबो तश्कील और अफ्आलो हरकात) में ऐतिदाल, तवाज़ुन और इस्तिहकाम पैदा कर दिया।
২৮. তিনি (অসীম মহাশূন্য সৃষ্টি করে) বিশ্বজগতের স্তর (তারকামন্ডল) সমুন্নত করেছেন, অতঃপর (সংযুক্তি, গঠন, কার্যাবলী ও গতিশীলতা) এগুলোকে সংযত, সুবিন্যস্ত এবং স্থিতিশীল করেছেন।
رفع سمكها فسواها