یٰۤاَیُّہَا الَّذِیۡنَ اٰمَنُوۡا قَاتِلُوا الَّذِیۡنَ یَلُوۡنَکُمۡ مِّنَ الۡکُفَّارِ وَ لۡیَجِدُوۡا فِیۡکُمۡ غِلۡظَۃً ؕ وَ اعۡلَمُوۡۤا اَنَّ اللّٰہَ مَعَ الۡمُتَّقِیۡنَ ﴿۱۲۳﴾
123. اے ایمان والو! تم کافروں میں سے ایسے لوگوں سے جنگ کرو جو تمہارے قریب ہیں (یعنی جو جنگ میں تمہارے مدِ مقابل ہیں اور تمہارے خلاف براہِ راست جارحیت میں ملوث ہیں۔ اس کے برعکس جو لوگ تم سے دور اپنے گھروں میں ہیں یا اپنے کام کاج میں مصروف ہیں انہیں چھوڑ دو، انہیں قتل کرنے کی اِجازت نہیں ہے)، اور (جہاد ایسا اور اس وقت ہو کہ) وہ تمہارے اندر (طاقت و شجاعت اور دفاعی صلاحیت کی) سختی پائیں، اور جان لو کہ اللہ پرہیزگاروں کے ساتھ ہےo
123. O believers! Fight against those of the disbelievers who are around you (i.e., who are your adversaries and are directly involved in waging war against you. Contrarily, spare and do not kill those who are far from you, engaged in domestic chores). And (fight in a way and at a time that) they find in you toughness (of might, valour and defensive capability). And bear in mind that Allah is with those who guard themselves against evil.
123. Ya ayyuha allatheena amanoo qatiloo allatheena yaloonakum mina alkuffari walyajidoo feekum ghilthatan waiAAlamoo anna Allaha maAAa almuttaqeena
123. Å, dere troende! Kjemp mot slike blant de vantro som er i nærheten av dere (dem som påfører dere og levemåten [religionen] deres skade åpenlyst og direkte, ved å initiere krig og fiendskap mot dere). Og (kjemp på den måten og på den tiden) at de finner hardhet (styrke og tapperhet for selvforsvar) i dere. Og vit at Allah er med de gudfryktige.
123. ऐ ईमान वालो! तुम काफिरों में से ऐसे लोगों से जंग करो जो तुम्हारे क़रीब हैं (यानी जो जंग में तुम्हारे मद्दे मुक़ाबिल हैं और तुम्हारे ख़िलाफ बराहे रास्त जारेहिय्यत में मुलव्विस हैं। उसके बरअ़क्स जो लोग तुम से दूर अपने घरों में है या अपने कामकाज में मसरूफ है उन्हें छोड़ दो, उन्हें क़त्ल करने की इजाज़त नहीं है), और (जिहाद ऐसा और उस वक़्त हो कि) वोह तुम्हारे अन्दर (ताक़त व शुजाअ़त और दिफाई सलाहिय्यत की) सख़्ती पाएं, और जान लो कि अल्लाह परहेज़गारों के साथ है।
১২৩. হে ঈমানদারগণ! কাফেরদের মধ্যে যারা তোমাদের নিকটবর্তী (অর্থাৎ যারা তোমাদের ও তোমাদের দ্বীনের সরাসরি ক্ষতি করছে) ঐসব লোকদের বিরুদ্ধে যুদ্ধ করো। (জিহাদ এমন সময় এবং এরকম হওয়া চাই যে,) তারা তোমাদের মধ্যে (শক্তি ও বীরত্বের) কঠোরতা দেখুক। আর জেনে রেখো, আল্লাহ্ পরহেযগারদের সাথে আছেন।
يا أيها الذين آمنوا قاتلوا الذين يلونكم من الكفار وليجدوا فيكم غلظة واعلموا أن الله مع المتقين